जेएनयू का असली मास्टर माइंड उमर खालिद गिरफ्त से कब तक रहेगा दूर..?
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संदीप कुमार मिश्र: देश के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित शिक्षा के केंद्र जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारों ने धिरे-धिरे राष्ट्रव्यापी रुप ले लिया।एक तरफ इन नारों की सियासत में कुछ देशप्रेमी निकलकर सामने आए तो कुछ पर देशद्रोह का मुकद्दमा दर्ज हुआ।लेकिन सवाल अब भी वही है कि क्या वास्तव में असल देशद्रोही अपने सही ठिकाने पर पहुंच पाया…?दरअसल ये सवाल इसलिए भी कि क्योंकि कन्हईया कुमार जिसपर देशद्रोह का मुकद्दमा दर्ज है,उसके साथ जो शख्स था असल में देशविरोधी नारे वही लगा रहा था।वो शख्स कोई और नहीं उमर खालिद था।जिससे सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर जेएनयू प्रशासन से इजाजत लेकर अफजल गुरु की शहादत दिवस मना रहा था,और देशविरोधी नारे लगा रहा था।
संदीप कुमार मिश्र: देश के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित शिक्षा के केंद्र जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारों ने धिरे-धिरे राष्ट्रव्यापी रुप ले लिया।एक तरफ इन नारों की सियासत में कुछ देशप्रेमी निकलकर सामने आए तो कुछ पर देशद्रोह का मुकद्दमा दर्ज हुआ।लेकिन सवाल अब भी वही है कि क्या वास्तव में असल देशद्रोही अपने सही ठिकाने पर पहुंच पाया…?दरअसल ये सवाल इसलिए भी कि क्योंकि कन्हईया कुमार जिसपर देशद्रोह का मुकद्दमा दर्ज है,उसके साथ जो शख्स था असल में देशविरोधी नारे वही लगा रहा था।वो शख्स कोई और नहीं उमर खालिद था।जिससे सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर जेएनयू प्रशासन से इजाजत लेकर अफजल गुरु की शहादत दिवस मना रहा था,और देशविरोधी नारे लगा रहा था। read more…
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