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गंगा तेरा दर्द ना जाने कोय…!’नमामि गंगे’

संबोधन
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संदीप कुमार मिश्र: मानो तो मैं गंगा मां हुं,ना मानो तो बहता पानी। दोस्तो बात तो फिल्मी है,लेकिन सच है।तभी तो मां गंगा के अब प्रदुषित हो चुके जल में भी करोड़ो लोग डुबकी लगाने को लालायित रहते हैं।और लगा भी रहे हैं।हालांकि ऐसा नहीं की शासन और सरकार इस बात से वाकिब नहीं लेकिन सरकार का तो जब तक बात बिगड़ न जाये कुछ करने में यकीन नहीं होता।गंगा में आज भी तमाम नाले गिर रहे हैं और सरकार के लाख दावों के बाद भी केवल इलाहाबाद में गंगा में 57 छोटे बड़े नाले गिर रहे हैं। READ MORE

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